साला अपना लाइफ ऐसाही होना चाहिए |
खाना -पीना और मस्त , जीना होना चाहिए |
कितनाही मेरा अच्छा -बुरा बर्ताव हो |
घरवालोंसे खिटपिट नहीं ,सिर्फ प्यार मिलना चाहिए |
स्कूल -कॉलेज में कभी - कभी , जाना होना चाहिए |
उधर खेल - मनोरंजन का सिर्फ ,याराना होना चाहिए |
साला बोरिंग स्टडी और एक्झाम का ,
सदा केलिए जनाजा ऊठ जाना चाहिए |
सदा केलिए जनाजा ऊठ जाना चाहिए |
माल -मल्टीप्लेक्स -डिस्को में बार - बार जाना होना चाहिए |
रोज नयी पटाखा गर्ल फ्रेंड का ,साथ होना चाहिए |
पर पॉकेट मनी के कारन से , मंथ एंड में ,
घरमें ताना -बाना , नहीं होना चाहिए |
घरमें ताना -बाना , नहीं होना चाहिए |
जिंदगी चलाने केलिए, नौकरी धंदे की साली ,खिटपिट नहीं चाहिए|
चारो तरफ से ,सुख समृद्धि की ,बरसात होनी चाहिए|
अगर कुछ भी नहीं तो कम से कम ,
सौ करोड़ की लॉटरी की,खास बात,जल्दी और एक बार तो होनी चाहिए|
कवी : बाळासाहेब तानवडे
© बाळासाहेब तानवडे – ०६/१२/२०१०
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