Monday 6 December 2010

अमिताभ का संघर्ष

अमिताभ तेरा ऊँचाई से,
बहुत ही गहरा रिश्ता है| 
कद ऊँचा ,करिअर ऊँचा , 
अभिनय तो सबसे ऊँचा है|

तुने पाया साथ सुहाना , 
तुने पाया प्यार दीवाना|
विश्वसुन्दरी बहु का पाना ,
श्वेता-अभिषेक का मिला नजराणा| 

तुने अभिनय में नाम कमाया , 
गायक नहीं फिर भी सुहाने गीत गाया|
Ads, शोज में तु छा गया, 
सबसे ज्यादा दौलत और शोहरत पाया|

एक दिन आई बड़ी मलहुस घडी ,
कुली के सेट्पर थी मौत खड़ी|
सबकी दुवाये काम कर गयी ,
मौत जिन्दगी से राम -राम कर गयी|

इंडस्ट्री की जान में जान आ गयी ,
सब के चेहरों पर मुस्कान छा गयी|
कुछ दिनोंका का आराम हो गया ,
आखिर फ़िल्मोमे सरे आम हो गया|

फिर तेरे दिमाग की बत्ती जली ,
तुने ABCL की रेड कारपेट खोली| 
पहले तो अच्छी ख़ासी चल गयी ,
फिर जैसे चांदनी रात ढल गयी| 

जैसे किस्मत पे ताले पड़ गए ,
ABCL के बड़े नाम गड गए|
चारो तरफ से संकटों ने घेरा , 
उलटा पड़ गया नसीब का फेरा|

बुरे दिनों से तु उब गया , 
ऊपर से कर्जोमे डूब गया|
सब कुछ पानी में बह गया ,
जिंदगी का जैसे कारवाँ थम गया| 

आखिर यश की मोहबते मिल गयी ,
फिर तेरी गुलशन खिल गयी|
फिल्मे एक के बाद एक हिट हो गयी , 
जिंदगी की गाड़ी जैसे फिर फिट हो गयी| 

KBC ने खोले किस्मत के ताले, 
सुनहरे पल तेरे फिर वापस मिले|
अब तो सब कुछ खास -खास है|
तबसे ये बन्दा बिंदास है|
तबसे ये बन्दा बिंदास है|

© बाळासाहेब तानवडे – २६/१०/२०१०

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