दिलमें बाँसुरी सी बजती हैं |
धड़कने तूफान बन जाती हैं |
ओठोंपर अकाल सी छाती हैं |
क्या हुवा कोई ना जाने हैं |
दिलमें छुई -मुई से तराने हैं |
यादोंका साथ पल पल है |
निंदोका आना जैसे मरुधर में जल है |
और यही तो पहला प्यार है |
विधाता का अनूठा उपहार है |
आसानी से पाया तो नसीब सुहाना गाना है |
नहीं तो यादोंमे लिखी डायरिका पन्ना है |
पाहिले प्यार का वो कस्तूरी गंध |
सदा केलिए मन को भाये मंद - मंद |
पहले प्यार की है अलग ही नशा |
जिसे मिले उसे दिखे जैसे स्वर्ग की दिशा |
कवी : बाळासाहेब तानवडे
© बाळासाहेब तानवडे – ०६/१२/२०१०
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