Monday, 6 December 2010

पहला प्यार

नजर  से  नजर  मिलती  हैं |
दिलमें  बाँसुरी सी  बजती  हैं |
धड़कने  तूफान   बन  जाती  हैं |
ओठोंपर  अकाल  सी  छाती  हैं |

क्या  हुवा  कोई  ना  जाने  हैं |
दिलमें  छुई -मुई  से  तराने  हैं |
यादोंका  साथ  पल  पल  है |
निंदोका आना जैसे  मरुधर  में  जल  है |

और  यही  तो  पहला  प्यार  है |
विधाता  का   अनूठा  उपहार  है |
आसानी  से  पाया  तो  नसीब  सुहाना  गाना   है |
नहीं  तो  यादोंमे  लिखी  डायरिका पन्ना   है |

पाहिले  प्यार  का  वो  कस्तूरी  गंध |
सदा  केलिए  मन  को  भाये  मंद - मंद |
पहले  प्यार  की  है  अलग  ही  नशा |
जिसे  मिले  उसे  दिखे  जैसे  स्वर्ग   की  दिशा |
कवी : बाळासाहेब तानवडे


© बाळासाहेब तानवडे०६/१२/२०१०

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