पहले ही नजर में यार,
जैसे Short Circuit होता है|
जैसे Short Circuit होता है|
दिल की धडकन बढ़े तेज,
सांसोंमे तूफान Hit होता है|
सर से पांव तक सरSSSसे,
बहता है मिठासा Current|
तन में आगसी लगती है,
बैरी बुझती ही नही तुरंत|
जैसे Painter Canvas पर चलाये,
हौलेसे रंग रंगीला Soft सा Brush|
मनमयूर नाचे मस्त पंख फैलाये,
और भिडू यही तो है वो Solid Crush|
Crush को उम्र का बंधन है कहाँ,
आयु 12 हो या 60, पावोगे वहाँ|
क्या बताए मन का Feeling हाय! हाय!,
जैसे मनमोहक Butterfly उडताही जाय|
लगते है Same ये Crush हो या प्यार,
पर दोनो है अलग अलग मेरे यार|
प्यार Life में एकसे और सिर्फ एकबार,
Crush किसीसे भी,कंही भी,कितनी भी बार|
Youngistan के नये फन्डोंकी Invention है ये Crush|
अनुभव वालोन्के छंदोंकि Retention है ये Crush|
प्यार मे Entry के पहले की Grand Rehersal है ये Crush|
“अभी भी मै जवां हूँ” वालोंकी Mad Reversal है ये Crush|
कवी : बाळासाहेब तानवडे
© बाळासाहेब तानवडे – 04/10/2011